


हर त्योहार की शुरुआत बाबा महाकाल के मंदिर से होने की परंपरा के क्रम में इस वर्ष भी सबसे पहले रक्षाबंधन का त्योहार मंदिर से आरंभ होगा। सबसे पहले बाबा महाकाल को पुजारी परिवार की महिलाएं राखी बांधेंगी। इसके बाद शहर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा।
महाकाल के दरबार से होगी रक्षाबंधन पर्व की शुरूआत
हर साल की तरह इस बार भी रक्षाबंधन के पावन पर्व की शुरुआत भगवान महाकाल के दरबार से होगी। पूरा उज्जैन शहर में राखी का त्योहार मनाने से पहले, सबसे पहले बाबा महाकाल को राखी बांधी जाएगी। यह विशेष परंपरा शुक्रवार, 9 अगस्त को सुबह होने वाली भस्म आरती में निभाई जाएगी।
इस परिवार को मिला है राखी बांधने का सौभाग्य
मंदिर के पुजारी अमर गुरु ने बताया कि इस बार हमारे लिए सौभाग्य की बात है, चूंकि भस्म आरती का क्रम अभी हमारा चल रहा है, इस वजह से रक्षाबंधन का पर्व मनाने का अवसर भी हमारे परिवार को मिला है। यह बाबा की कृपा है।
हमेशा की तरह भस्म आरती के दौरान परिवार की महिलाएं बाबा महाकाल को राखी बांधेंगी। रक्षाबंधन का पर्व औपचारिक रूप से शुरू हो जाएगा। यह परंपरा इस बात का प्रतीक है कि उज्जैन में सभी त्योहारों की शुरुआत बाबा महाकाल से होती है।